मंदसौर। जिला कलेक्टर को मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा पत्र लिखकर शिवना नदी और अन्य जलस्रोतों से सिंचाई पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया गया है। पत्र में बताया गया है कि वर्तमान में पेयजल संकट की संभावना को देखते हुए शिवना नदी पर बने तीनों बैराजों पर कड़ी शटर लगाकर जल संग्रहण किया गया है। हालांकि, किसानों द्वारा इस संग्रहीत जल का सिंचाई के लिए उपयोग शुरू कर दिया गया है, जिससे जल की मात्रा लगातार घटती जा रही है।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने चिंता जताते हुए कहा है कि अगर इसी तरह जल का दोहन होता रहा तो भविष्य में पेयजल संकट उत्पन्न हो सकता है। इसलिए, शिवना नदी के दोनों किनारों पर श्री पशुपतिनाथ मंदिर घाट से राजस्थान की सीमा स्थित कंथार बांध तक के 200 मीटर के क्षेत्र में, बुगलिया नाला और तेलिया तालाब भराव क्षेत्र से सिंचाई पर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता है।
अधिकारियों ने इस संदर्भ में पेयजल परिरक्षण अधिनियम 1986 की धारा-3 और संशोधित अधिनियम 2002 का हवाला देते हुए सिंचाई पर प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी करने का अनुरोध किया है, ताकि आगामी जल संकट से निपटा जा सके और पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।