नई दिल्ली। maharashtra assembly elections के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। शरद पवार Sharad Pawar ने सत्तारूढ़ महायुति को चुनौती Challenge to the ruling Mahayuti देने की तैयारी शुरू कर दी है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता पवार के खेमे में महायुति के कुछ नेताओं के शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
हाल ही में कोल्हापुर के समरजीतसिंह घाटगे ने संकेत दिए थे कि वह शरद पवार के साथ जुड़ सकते हैं। इसी कड़ी में अब अजित पवार गुट के विधायक अतुल बेंके और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक मदन भोसले के नाम भी संभावित रूप से महाविकास अघाड़ी से जुड़ने की चर्चा में हैं।
बेंके ने शरद पवार के जुन्नार दौरे के दौरान उनसे मुलाकात की थी, जिससे राजनीतिक गलियारों में अटकलें और तेज हो गई हैं। हालांकि, बेंके ने अभी तक अपने अगले कदम के बारे में कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। उन्होंने कहा, “कुछ भी हो सकता है। शरद पवार और अजित पवार भी साथ आ सकते हैं।”
दूसरी ओर, जयंत पाटिल ने सतारा में मदन भोसले से मुलाकात की। उनकी इस बैठक को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि भोसले महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बन सकते हैं। भोसले ने पहले कहा था कि वह अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से विचार-विमर्श के बाद ही अपना अंतिम निर्णय लेंगे।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत तक संभावित हैं, और नेताओं का इधर-उधर होना चुनावी रणनीतियों में बड़ा बदलाव ला सकता है। शरद पवार की यह चाल महायुति के लिए एक गंभीर चुनौती बन सकती है।