नीमच। मालवा क्षेत्र की प्रसिद्ध आरोग्य तीर्थ स्थली महामाया भादवा माता का नवरात्रि मेला 30 मार्च 2025, रविवार से 7 अप्रैल 2025, रविवार तक धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। इस धार्मिक आयोजन में देश-विदेश से श्रद्धालु विशेष रूप से लकवा पीड़ित श्रद्धालु माँ भगवती के दर्शन करने पहुंचते हैं। कहा जाता है कि यहाँ श्रद्धालु रोते-रोते आते हैं और हंसते-हंसते जाते हैं, क्योंकि माँ के आशीर्वाद से उन्हें चमत्कारी लाभ मिलता है।
धार्मिक अनुष्ठान व सांस्कृतिक कार्यक्रम
मंदिर के पुजारी अर्जुन चौहान ने बताया कि मेले के दौरान विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे—
- 30 मार्च (रविवार) – प्रातः 10 बजे घट स्थापना
- 2 अप्रैल (बुधवार) – रात्रि 8 बजे भजन संध्या (मातेश्वरी म्यूजिकल ग्रुप, भीलवाड़ा)
- 3 अप्रैल (गुरुवार) – रात्रि 8 बजे भजन संध्या (मनीष एवं निलेश एंड पार्टी)
- 4 अप्रैल (शुक्रवार) – रात्रि 8 बजे अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, जिसमें सुरेश राजपुरोहित “सन्नाटा” (नीमच), गोपाल धुरंधर (पालसोड़ा), धीरज शर्मा (मांडल), नवीन सारथी (चित्तौड़गढ़), नेना नसीब (कोटा), सुरेन सुमन (प्रतापगढ़), धनपाल धमाका (अमलावद) और रामुजी हटीला (कनघट्टी) अपनी रचनाएँ प्रस्तुत करेंगे।
- 5 अप्रैल (शनिवार) – रात्रि 10:30 बजे महाअष्टमी हवन, जिसमें क्षेत्र की समृद्धि व सुख-शांति के लिए आहुतियाँ दी जाएंगी।
भादवा माता तीर्थ की विशेषताएँ
यहाँ स्थित बावड़ी के अमृत रूपी जल के सेवन व स्नान से तथा माँ भगवती के दर्शन व विभूति (भभूत) सेवन से श्रद्धालुओं को अनेक शारीरिक व मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है। दर्शनार्थियों के ठहरने के लिए 15 धर्मशालाओं की भी व्यवस्था की गई है।
5 अप्रैल को होने वाला अष्टमी हवन मेले का मुख्य आकर्षण रहेगा, जिसमें हजारों श्रद्धालु माँ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करेंगे।