इंदौर। महू के बादगोंदा थाना क्षेत्र में आर्मी के ट्रेनी अफसर और उनकी महिला मित्र के साथ हुई मारपीट, लूट और रेप की घटना में पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी के मामले में नया मोड़ आ गया है। वायरल वीडियो से खुलासा हुआ है कि पुलिस द्वारा आरोपियों को जंगल से गिरफ्तार किए जाने के दावे के विपरीत, तीनों आरोपियों ने सरपंच के माध्यम से सरेंडर किया है।
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि सरपंच आरोपियों को थाने जाकर सरेंडर करने की सलाह दे रहे हैं। वीडियो में सरपंच कहते हैं, “अगर तुमने कुछ नहीं किया, तो कोई तुम्हें नहीं मारेगा। गाड़ी में बैठो और थाने जाओ।” इस दौरान मौके पर पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, जो वीडियो में मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं।
इससे पहले, पुलिस ने दावा किया था कि आठ थाना प्रभारियों की टीम ने जंगल में छिपे आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की थी। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस के इस दावे पर सवाल उठने लगे हैं। डीआईजी निमिष अग्रवाल ने मामले पर बयान देते हुए कहा कि ग्रामीणों और सरपंच की मदद से आरोपियों को जंगल से गिरफ्तार किया गया।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे पुलिस की कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।