मंदसौर। जिले के ग्राम हतुनिया और भालोट में मोरधन का फलाहार करने से कई महिलाएं बीमार हो गई हैं। महिलाओं को उल्टी और दस्त की शिकायत होने के बाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धुँधड़का और अमला वद में उनका उपचार शुरू किया गया। डॉक्टरों की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और 45 से अधिक महिलाओं का इलाज किया जा रहा है। इनमें से 21 महिलाएं उपचार के बाद ठीक हो चुकी हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
घटना ऋषि पंचमी के अवसर पर हुई, जब महिलाएं सप्त ऋषि जी की पूजा-अर्चना करती हैं और वे मोरधन का सेवन करती हैं, जो उपवास के समय उपयोग किया जाता है।
महिलाओं के बीमार होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हो गई है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। डॉक्टरों का मानना है कि खाने में कुछ गड़बड़ी हो सकती है, जिससे इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं प्रभावित हुई हैं। खाद्य विभाग को चाहिए कि इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए खाद्य पदार्थ के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि समय पर खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग नहीं होने के कारण ऐसी घटनाएं होती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है।