मंदसौर। जिला मंदसौर District Mandsau में सहकारी निरीक्षक आर०पी० कुमावत के जाति प्रमाण पत्र की वैधता पर सवाल Question on the validity of caste certificate उठाते हुए एक गंभीर शिकायत सामने आई है। रामलाल हुकमीचन्द्र द्वारा 7 जून 2017 को प्रस्तुत शिकायत में आरोप लगाया गया था कि श्री कुमावत ने अनुसूचित जाति scheduled caste का फर्जी प्रमाण पत्र fake certificate प्रस्तुत कर शासन के साथ धोखाधड़ी cheating the government की है।
इस संबंध में, संयुक्त आयुक्त सहकारिता joint commissioner co-operation उज्जैन संभाग द्वारा 15 मार्च 2023 को प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में शिकायत के इस गंभीर बिंदु की विस्तृत जांच की अनुशंसा की गई थी। हालांकि, शिकायत के इस मामले में अब तक कोई ठोस कार्रवाई होती नहीं दिख रही है।
गौरतलब है कि श्री कुमावत की सेवा सेवानिवृत्ति वर्ष 2025 में प्रस्तावित है, और इस कारण विभाग द्वारा जाति प्रमाण पत्र की जांच को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि जांच की प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है, जिससे मामले की गंभीरता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इस पूरे मामले में सहकारिता आयुक्त द्वारा निर्देश दिए गए थे कि श्री कुमावत के जाति प्रमाण पत्र की जांच म.प्र. अनुसूचित जाति आयोग से करवाई जाए और इसका परिणाम मुख्यालय को अवगत कराया जाए। लेकिन, अब तक इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है,
अब देखना यह होगा कि क्या संबंधित अधिकारी इस मामले को गंभीरता से लेते हैं और समय रहते जांच पूरी कर सत्यता का पता लगाते हैं, या फिर यह मामला इसी तरह दबा रह जाता है।