मंदसौर। जिला चिकित्सालय में मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि के चलते अस्पताल में पलंग की कमी हो गई है। मरीजों का उपचार अब वार्डों में नीचे सुला कर किया जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर दबाव पड़ रहा है।
हाल के दिनों में मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। दिन में तेज धूप और गर्मी जबकि सुबह और शाम को हल्की ठंड के कारण तापमान में 11 डिग्री सेल्सियस तक का अंतर देखने को मिल रहा है। इस बदलाव ने सर्दी, खांसी और वायरल बुखार जैसे मौसमी रोगों को बढ़ावा दिया है।

शहर और आसपास के इलाकों में वायरल संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। जिला चिकित्सालय सहित अन्य निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम में मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है। अधिकांश मरीज सर्दी-खांसी, वायरल बुखार और अन्य संक्रमणों से पीड़ित होकर आ रहे हैं।

विशेषज्ञों की चेतावनी
विशेषज्ञों के अनुसार, हवा में नमी और तापमान के उतार-चढ़ाव से वायरस और बैक्टीरिया तेजी से फैल रहे हैं। संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से वायरस हवा में फैलकर अन्य लोगों को संक्रमित कर रहा है।
सिविल सर्जन की सलाह
सिविल सर्जन डॉ. डीके शर्मा ने लोगों को मास्क पहनने, नियमित रूप से हाथ धोने और भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है ताकि बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सके।
इस समय मौसम के बदलाव के कारण स्वास्थ्य के प्रति विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। लोगों को सावधानी बरतने और आवश्यक उपाय करने की सलाह दी जा रही है।