भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर प्रदेश में 11 से 26 दिसंबर तक ‘जनकल्याण पर्व’ का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान सरकार गरीब, किसान, युवा और महिलाओं को समर्पित 16 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेगी। मुख्यमंत्री विभिन्न संभागों में जाकर कार्यक्रमों की अध्यक्षता करेंगे, जिनमें नए कार्यों को स्वीकृति देने के साथ-साथ बड़ी घोषणाएं भी की जाएंगी।
16 दिन में 16 हजार करोड़ की योजनाएं
जनकल्याण पर्व के तहत 16 दिनों तक प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में आयोजन होंगे। इनमें लगभग 16 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया जाएगा। सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह राशि और भी बढ़ सकती है।
प्रदेश के विकास के लिए समितियां गठित
मुख्यमंत्री ने इन कार्यक्रमों की प्रभावी रूप से आयोजन सुनिश्चित करने के लिए मंत्रियों की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समितियां बनाई हैं।
- किसानों से संबंधित समिति: अध्यक्ष – किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंसाना।
- युवाओं से संबंधित समिति: अध्यक्ष – नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय।
- गरीब कल्याण समिति: अध्यक्ष – पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल।
- महिलाओं से संबंधित समिति: अध्यक्ष – महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया।
फोकस क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गरीबों, किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए शुरू की गई योजनाओं और उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाना है। इन 16 दिनों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा संबंधित मंत्री तैयार करेंगे और उनके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी लेंगे।
नए कार्यों को मिलेगी मंजूरी
जनकल्याण पर्व के दौरान नए विकास कार्यों की मंजूरी दी जाएगी। सरकार की यह पहल प्रदेशवासियों को विकास की नई राह पर ले जाने के लिए प्रतिबद्धता का परिचायक है।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “पिछले एक साल में प्रदेश ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। अब जनकल्याण पर्व के माध्यम से हम अपने नागरिकों को विकास की सौगात देंगे और यह आयोजन प्रदेश के समग्र विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा।