मैहर। मध्य प्रदेश के मैहर क्षेत्र के गोरईया जंगल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नवजात बच्ची को जन्म के कुछ ही घंटों बाद जंगल में छोड़ दिया गया। बच्ची की रोने की आवाज़ सुनकर स्थानीय ग्रामीणों ने उसे खोज निकाला और उसकी जान बचाई।
ग्रामीणों को देर शाम जंगल से गुजरते समय बच्ची की आवाज़ सुनाई दी। नवजात की हालत नाजुक थी और वह लगातार रो रही थी। ग्रामीण तुरंत बच्ची को अपने घर लेकर आए और पुलिस को सूचना दी।
इसके बाद, एंबुलेंस के जरिए नवजात को मैहर सिविल अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया। बच्ची को सांस लेने में कठिनाई हो रही थी, जिस कारण डॉक्टरों ने उसे तुरंत सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार, बच्ची की उम्र लगभग 24 घंटे बताई जा रही है। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस अमानवीय कृत्य के पीछे की वजह जानने के लिए पुलिस आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है।
ग्रामीणों की त्वरित कार्रवाई ने बच्ची की जान बचाई, लेकिन इस हृदयविदारक घटना ने समाज में बढ़ती अमानवीयता की ओर इशारा किया है। पुलिस अब उस कलयुगी मां की तलाश में है, जिसने अपनी संतान को इस हाल में छोड़ दिया।