29 सितंबर को मनाया जाएगा विश्व हृदय दिवस
मंदसौर। हर साल 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस world heart day के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य हृदय रोगों और कार्डियोवास्कुलर समस्याओं पर जागरूकता फैलाना और लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना है। विश्व हृदय महासंघ (WHF) द्वारा शुरू किया गया यह दिन, लोगों को उनके हृदय स्वास्थ्य के प्रति सजग करता है और उन्हें यह बताता है कि नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, और तनाव प्रबंधन जैसे सरल उपायों से हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है।

हृदय रोगों की वैश्विक समस्या
डब्ल्यूएचएफ के आंकड़ों के अनुसार, हर साल 20.5 मिलियन से अधिक लोग हृदय रोग और स्ट्रोक के कारण अपनी जान गंवाते हैं। यह दुनिया में मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है। विशेषज्ञों का मानना है कि 80% असामयिक मौतों को रोका जा सकता है यदि लोग अपनी जीवनशैली में स्वस्थ बदलाव करें।
विश्व हृदय दिवस का इतिहास
विश्व हृदय दिवस की शुरुआत 2000 में हुई थी, जब विश्व हृदय महासंघ ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के साथ मिलकर इस दिन की स्थापना की। पहले यह सितंबर के आखिरी रविवार को मनाया जाता था, लेकिन 2011 से इसे हर साल 29 सितंबर को मनाया जाने लगा। इसका उद्देश्य हृदय रोगों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और जीवनशैली में सुधार करके हृदय रोगों को रोकना है।

डॉक्टरों का सुझाव
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर शुभम चेलावत के अनुसार, हृदय को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार और शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए। वह बताते हैं कि छोटे कदम, जैसे प्रतिदिन थोड़ा व्यायाम और संतुलित भोजन, हृदय स्वास्थ्य में बड़ा अंतर ला सकते हैं।
विश्व हृदय दिवस हमें यह याद दिलाने के लिए है कि जीवनशैली में छोटे बदलाव से हम गंभीर हृदय रोगों से बच सकते हैं। इस अवसर पर, हमें अपने हृदय का ख्याल रखने का संकल्प लेना चाहिए और इसे स्वस्थ बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।