भोपाल। मध्यप्रदेश Madhya Pradesh में खाद की किल्लत और उसकी कालाबाजारी Shortage of fertilizer and its black marketing को लेकर सियासी बयानबाज़ी शुरू हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह Digvijay Singh ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर सरकार और प्रशासन पर खाद की कालाबाजारी में हिस्सेदारी का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसानों को खाद की कमी से जूझना पड़ रहा है और सरकार इसे रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रही है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि सहकारिता और विपणन संघ Co-operative and Marketing Association के माध्यम से खाद का वितरण किया जाना चाहिए। उन्होंने निजी क्षेत्र से खाद के विपणन में धांधली और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इस कालाबाजारी को रोकने में विफल रही है।
उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदेश को हर साल 8 लाख मैट्रिक टन फर्टिलाइजर की आवश्यकता होती है, लेकिन केवल 15 प्रतिशत मांग ही पूरी हो पाती है। सिंह ने सुझाव दिया कि प्रदेश के हर गांव के पास सरकारी गोदाम हैं, जिनका सही उपयोग करके सरकार किसानों की समस्याओं को हल कर सकती है।
उन्होंने सरकार से अपील की कि वह इस मामले में गंभीर कदम उठाए और व्यवस्था में सुधार करे, ताकि किसानों को राहत मिल सके।